कोरोना वायरस की वैक्सीन के लिए जहां पूरी दुनिया एक साथ मिलकर काम रही है तो वहीं वैक्सीन कि काला बाजारी और नकली कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए चीन और कोरिया के हैकर लगे पड़े हैं. महाराष्ट्र पुलिस की साइबर सेल (maharashtra police) ने एक बड़ा खुलासा करते हुए दावा किया है कि चीन और कोरिया के साइबर हैकर कोरोना की वैक्सीन की काला बाजारी कर सकते हैं. साथ ही बड़ी-बड़ी कंपनियों के डाटा चुराकर नकली कोरोना वैक्सीन भी बना सकते हैं.
महाराष्ट्र पुलिस की साइबर सेल के आईजी यशस्वी यादव का कहना है कि यह सारे हैकर डार्क नेट के जरिए काला बाजारी को अंजाम देने की जुगत में हैं. यह हैकर कोरोना बनाने वाली दुनिया की कई कंपनियों के डाटा चुराकर नकली कोरोना वैक्सीन बनाने की तैयारी में भी है. आईजी यशस्वी यादव का कहना है कि ये हैकर नकली कोरोना वैक्सीन बनाने के साथ ही लोगों को सबसे पहले वैक्सीन पहुंचाने और उनका पहले टीकाकरण कराने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपए ठगने की भी योजना बना रहे हैं.
महाराष्ट्र पुलिस का साफ कहना है कि लोग इनके झांसे में न फंसें और वैक्सीन आने के बाद सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए ही कोरोना वैक्सीन की जानकारी लेने के बाद टीका लगवाएं. पुलिस के मुताबिक ये सारे हैकर डार्क नेट के जरिए अपना पूरा काला खेल पर चलाते हैं. डार्क नेट पर ठगी के मामले जल्द पुलिस के सामने नहीं पता चल पाते हैं.
इंटरपोल पहले ही कोरोना वैक्सीन पर साइबर हमले का अलर्ट कर चुका है. अब महाराष्ट्र साइबर सेल ने भी अलर्ट कर जारी कर दिया है. ऐसे में इन हैकर्स से सावधान रहना जरूरी है.