ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में भारतीय टीम की गेंदबाजी और बल्लेबाजी कुछ खास नहीं रही। मयंक अग्रवाल, कप्तान विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल सस्ते में आउट हो गए। आपको बता दें कि इसके बाद नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने आए हार्दिक पांड्या ने बल्लेबाजी की जिम्मेदारी संभाली। हार्दिक पांड्या ने न सिर्फ शिखर धवन के साथ पारी को आगे बढ़ाया, बल्कि तूफानी अर्धशतक भी जड़ा। हालांकि इस मुकाबले में हार्दिक की गेंदबाजी की भारत को काफी कमी खली।
बता दें पिछले साल पीठ में चोट के बाद से हार्दिक गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं। हालांकि अभी वे अपने एक्शन पर काम कर रहे हैं लेकिन बॉलिंग से दूर हैं। इससे पहले वे आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए भी पूरे सीजन गेंदबाजी से दूरी बरती थी। हार्दिक के गेंदबाजी न करने से टीम इंडिया के बैलेंस पर बुरा असर पड़ा है। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने पहले वनडे में हार के बाद इस को कबूल भी किया।
हार्दिक का मानना है कि जब वे गेंदबाजी करें तो अच्छे प्रदर्शन के लिए जरूरी स्पीड से गेंद डालें जिससे कि टीम की मदद हो। मैच के बाद हार्दिक ने कहा, “मैं अपनी गेंदबाजी पर काम कर रहा हूं। मैं सही समय होने पर ही गेंद डालूंगा। मैं गेंदबाजी में 100 फीसदी क्षमता हासिल करना चाहता हूं। मैं उस स्पीड पर गेंद फेंकना चाहता हूं जिसकी जरूरत इंटरनेशनल लेवल पर होती है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तूफानी पारी खेलकर हार्दिक पंड्या ने साफ कर दिया है कि वे तभी गेंदबाजी करेंगे जब सही समय होगा। उन्होंने टीम से दूसरे ऑलराउंडर्स को भी तैयार करने की अपील की। हार्दिक सिडनी वनडे में 76 गेंद में 90 रन की पारी खेली लेकिन टीम को 66 रन की हार से नहीं बचा सके।